किसान क्रेडिट कार्ड स्कीम के जरिए सरकार की कोशिश किसानों को साहूकारों को चंगुल से बचाना है। इस स्कीम के तहत समय पर भुगतान की शर्त पर किसानों को चार फीसद की दर से कम अवधि का लोन मिलता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसी साल पीएम-किसान योजना के सभी लाभार्थियों को किसान क्रेडिट कार्ड देने की शुरुआत की है। इस स्कीम के तहत पीएम-किसान योजना के लाखों लाभार्थियों को केसीसी दिया जा चुका है। देश का सबसे बड़ा बैंक एसबीआई भी किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड की सुविधा उपलब्ध कराता है। केसीसी से किसानों को आसान शर्तों पर लोन मिलता है।
आइए जानते हैं कि इस स्कीम के मुख्य फायदे क्या हैंः
- 1.60 लाख रुपये के लोन के लिए किसी तरह के कोलेट्रल की जरूरत नहीं होती है।
- एक साल या भुगतान की तिथि (इनमें से जो भी पहले हो) तक सात फीसद की साधारण ब्याज से आपको लोन का भुगतान करना होता है।
- तीन लाख रुपये तक के लोन पर 2% की दर से ब्याज पर छूट मिलती है।
- समय पर भुगतान करने पर ब्याज पर अतिरिक्त 3 फीसद की छूट मिलती है।
- ड्यू डेट तक भुगतान नहीं करने पर आपको कार्ड रेट से ब्याज देना होगा।
- सभी तरह के केसीसी लोन पर अधिसूचित फसल एवं इलाके के लिए कृषि बीमा मिलता है।
- केसीसी में बची राशि पर सेविंग बैंक रेट पर ब्याज मिलता है।
- एसबीआई सभी केसीसी धारकों को बिना किसी शुल्क के एटीएम कम डेबिट कार्ड देता है।
कौन लोग उठा सकते हैं फायदा
एसबीआई की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक सभी तरह के किसान इस स्कीम का लाभ उठा सकते हैं। इनमें व्यक्तिगत भूमि मालिकों के अलावा संयुक्त तौर पर खेती करने वाले भी शामिल हैं। किराए पर लेकर खेती करने वालों को भी इस योजना का लाभ मिल सकता है। स्वयंसहायता समूह भी केसीसी प्राप्त कर सकते हैं।
किन दस्तावेजों को होगी जरूरत
एसबीआई के मुताबिक सही तरह से भरे हुए आवेदन प्रपत्र के साथ आपको पहचान पत्र और पते की पुष्टि करने वाला प्रुफ चाहिए। इसके लिए आप वोटर आईडी कार्ड या पैन कार्ड या पासपोर्ट या आधार कार्ड या ड्राइविंग लाइसेंस जैसे किसी भी दस्तावेज का इस्तेमाल कर सकते हैं।